अंग्रेजों को भारत में व्यापार का एक बड़ा बाजार दिखा

अकबर ने ईस्ट इंडिया कंपनी को भारत में व्यापार नहीं करने दिया

1605 में अकबर की मौत के बाद जहंगीर को सल्तनत थमा दी गई

अंग्रेज जहांगीर की कमजोरी जान चुके थे

व्यापारिक सुविधाएं पाने के लिए वो लगातार राजदूत भेजने लगें

पहले हॅाकिन्स और फिर सर टॅामस रो को भारत भेजा गया

1611 में ब्रिटिश राजदूत ने किसी तरह जहांगीर को राजी कर लिया

भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की पहली फैक्ट्री खोलने की अनुमति मिली

इसे ब्रिटिश राज्य के स्थापना का पहला चरण माना जाता है

अंग्रेजों ने भारत पर 200 सालों तक राज किया