मुगलकाल के प्रसिद्ध शासक अकबर के दरबार में नौ रत्न थे.

नवरत्नों से अकबर न्यायिक, सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक मामलों में सलाह लेते थे.

बीरबल: अकबर के नवरत्नों में बीरबल खास थे, जिसका असली नाम महेशदास था.

तानसेन: तानसेन अकबर के दरबार के संगीतकार थे. इन्हें ध्रुपद रचनाओं के याद किया जाता है.

अबुल फजल: ये अकबरनामा और आईन ए अकबरी के लेखक थे.

फैजी: नवरत्नों में एक फैजी को अकबर ने दरबारी कवि का दर्जा दिया था.

राजा मान सिंह: ये अकबर के सेनापति थे और अकबर से ससुर के पोते भी थे.

राजा टोडर मल: राजा टोडर मल अकबर के मुगल साम्राज्य के वित्त मंत्री थे.

मुल्ला दो प्याजा: इन्होंने अकबर के सलाहकार के रूप में विशेष कार्य किए.

फकीर अज़ुद्दीन: फकीर अज़ुद्दीन अकबर को धार्मिक मामलों में सलाह दिया करते थे.

अब्दुल रहीम खान-ए-खाना: ये अकबर के भरोसेमंद संरक्षक बैरम खान के बेटे थे.