चटनी शब्द संस्कृत के चाटनी से लिया गया है

जिसका मतलब होता है चाटना

भारत में चटनी का जिक्र 17वीं शताब्दी के दौरान मिलता है

जब मुगल बादशाह बीमार पड़ गए तब उनके हकीम ने उन्हें मसालेदार चीजें खाने को कहा

ताकि उनका शरीर भोजन को आसानी से पचा सके

तब शाहजहां के रसोइया ने पुदीना, धनिया, जीरा, असली, लहसुन और सोंठ जैसी चीजों चटनी बनाया

इतिहासकारों और फूड एक्सपर्ट्स मानते हैं कि चटनी को पीसकर बनाने का तरीका इससे भी पुराना है

इतिहासकारों का मानना है कि चटनी का आविष्कार गलती या दुर्घटना की वजह से हुआ था

इसे बनाने के लिए फल और विभिन्न मसालों का इस्तेमाल किया जाता था

भारत में इसे विशेष रूप से मुस्लिम वर्ग के लोग खाते थे