भरतपुर को राजस्थान का पूर्वी द्वार कहा जाता है

इस जिले में रियासत काल का एक किला है

जिसका नाम लोहागढ़ किला है

इस किले को मुगल, मराठा और अंग्रेजी हुकूमत भी फतेह नहीं कर सकी थी

लोहागढ़ किले का निर्माण 1733 में महाराजा सूरजमल ने करवाया था

इसकी सुरक्षा के लिए किले के चारों तरफ सुजान गंगा नहर बनाई गई थी

भरतपुर शहर के चारों तरफ कच्चे मिट्टी का परकोटा बनाया गया था

जिसमें चारों तरफ शहर में प्रवेश के लिए पुख्ता बड़े-बड़े 12 गेट बनाए गए थे

तोप और बारूद से बचाव के लिए किले के दीवार के चारों तरफ कच्ची मिट्टी की दीवार बनाई गई थी

जिससे तोप के गोले मिट्टी की दीवार में धंस जाते थे

इस तरह इस किले को दुश्मन कभी भी फतेह नहीं कर पाए