मुंबई का वड़ा पाव पूरे देश में मशहूर है



भागती-दौड़ती मुंबई के लोगों के लिए वड़ा पाव बेहतर विकल्प है



वड़ा पाव का इतिहास करीब 53 साल पुराना है



इसे बनाने का श्रेय एक बेहद आम परिवार से आने वाले शख्स को जाता है



दादरी स्टेशन पर सबसे पहले वड़ा पाव बिकना शुरू हुआ था



रिपोर्ट्स के मुताबिक, अशोक वैद्य नामक व्यक्ति ने इसे बेचना शुरू किया



इसके बाद कई अन्य लोगों ने भी इसे बेचना शुरू कर दिया



साल 1998 में अशोक वैद्य के निधन के बाद बेटे नरेंद्र ने कारोबार संभाला



अशोक वैद्य के बेटे नरेंद्र ने वड़ा पाव को देश में हर व्यक्ति तक पहुंचाया



कम कीमत में लोगों को स्वाद मिल जाता है