यहां पढ़िए मुनव्वर राना के 10 मशहूर शेर

'मेरी मुट्ठी से ये बालू सरक जाने को कहती है
ये जिंदगी भी मुझसे अब थक जाने को कहती है'

'जिंदगी तू कब तलक-दर दर फिराएगी हमें
टूटा फूटा ही सही घर बार होना चाहिए'

'किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकां आई
मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में मां आई'

'आपको चेहरे से भी बीमार होना चाहिए
इश्क है तो इश्क का इजहार होना चाहिए'

'झुक कर मिलते हैं बुजुर्गों से हमारे बच्चे
फूल पर बाग की मिट्टी का असर होता है'

'नये कमरों में अब चीजें पुरानी कौन रखता है
परिंदो के लिए शहरों में पानी कौन रखता है'

'एक किस्से की तरह वो तो मुझे भूल गया
इक कहानी की तरह वो है मगर याद मुझे'

'हम कुछ ऐसे तेरे दीदार में खो जाते हैं
जैसे बच्चे भरे बाजार में खो जाते हैं '

'मिट्टी में मिला दे कि जुदा हो नहीं सकता
अब इससे ज्यादा में तेरा हो नहीं सकता'

'तुझसे बिछड़ा तो पसंद आ गयी बे-तरतीबी
इससे पहले मेरा कमरा भी गजल जैसा था'