इस्लाम धर्म में नमाज़ पढ़ने का बहुत महत्व है

हर मुसलमान स्त्री और पुरुष के लिए दिन में पांच बार नमाज पढ़ने का विधान है

सुबह से लेकर रात तक पांच बार नमाज़ पढ़ने का निर्धारित समय है

लेकिन दिन में पांच बार नमाज़ क्यों पढ़ी जाती है?

इस्लाम में नमाज़ ईश्वर से सीधा संपर्क करने का एक माध्यम है

कुरान शरीफ में नमाज़ शब्द का बार-बार इस्तेमाल किया गया है

पांच बार नमाज की मिसाल इंसान के दरवाजे पर स्थित पांच पवित्र नहरों की तरह है

जिस प्रकार इन पांच नहरों में नहाकर इंसान पवित्र हो सकता है

उसी प्रकार दिन में पांच बार नमाज अदा कर इंसान पवित्र हो जाता

इंसान दुनिया द्वारा दी गई कालिख और मैल को धो डालता है