हिंदू शास्त्र में ऐसे 8 चिरंजीवी के बारे में बताया गया है, जो पथ्वी के अंत कर जीवित रहेंगे. इनमें कुछ वरदान तो कुछ श्राप के कारण पृथ्वी के अंतकाल तक जीवित रहेंगे. हनुमान: माता सीता से हनुमानजी को सदा पृथ्वी पर वास करने का वरदान मिला था. परशुराम: शिवजी ने परशुराम के कठोर तप से प्रसन्न होकर इन्हें अमरता का वरदान दिया था. विभीषण: भगवान राम ने विभीषण को लंका पर शासन करने और अजर-अमर रहने का वरदान दिया. मार्कंडेय ऋषि: मार्कंडेय ऋषि अल्पायु थे. लेकिन शिवजी से उन्हें अमरत्व का वरदान मिला है. कृपाचार्य: कौरवों के कुलगुरु कृपाचार्य को कठोर तप के कारण अमर रहने का वरदान मिला. अश्वत्थामा: अश्वत्थामा शूरवीर योद्धा और क्रोधी थे. श्रीकृष्ण ने इन्हें पृथ्वी के अंत तक भटकने का श्राप दिया. महाबली: महाबली असुरों के राजा थे.विष्णुजी ने इन्हें अनंत काल के लिए पाताल लोक का राजा बनाया. वेद व्यास: श्रीकृष्ण ने बैकुंठ जाने से पहले वेद व्यास जी को अमरत्व का वरदान दिया था.