अमेरिका को चांद पर जाने में 4 दिन लगे फिर भारत को 40 क्यों?



पृथ्वी से चांद की दूरी है करीब 3.84 लाख किमी



भारत का चंद्रयान ये दूरी 40 दिन में पूरी करेगा



जबकि नासा के अपोलो मिशन को चांद पर जाने में लगे थे महज 4 दिन



क्योंकि अमेरिका का रॉकेट सीधे चांद पर जाकर ही लैंड करना है



इसरो का रॉकेट इतना शक्तिशाली नहीं कि सीधे चांद पर भेजा जाए



इसलिए पृथ्वी और चांद के चारों ओर चक्कर लगाते हुए जाता है



चंद्रमा के चारों ओर अपना रास्ता बनाने के लिए पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का होता है इस्तेमाल



ये प्रकिया अपोलो मिशन की तुलना में काफी सस्ती पड़ती है



इसरो ने मंगलयान मिशन में भी अपनाया है यही मल्टी-स्टेप अप्रोच