'जन गण मन' कब बना राष्ट्रगान? गणतंत्र दिवस से पहले जानें रोचक तथ्य



24 जनवरी 1950 को राष्ट्रगान जन गण मन को मिली थी मान्यता



पहले बंगाली भाषा में लिखा गया ​था राष्ट्रगान



नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर हैं राष्ट्रगान की रचयिता



राष्ट्रगान को 'भारतो भाग्य बिधाता' के नाम से जाना जाता था पहले



पांच छंद वाले राष्ट्रगान को मूल रूप से बंगाली में लिखा गया था



मार्गरेट कजिन्स जिन्होंने दी थी हमारे राष्ट्रगान को धुन



1911 में कलकत्ता में ​हुई कांग्रेस की मीटिंग के दौरान पहली बार गाया गया राष्ट्रगान



1942 में पहली बार नेताजी सुभाषचंद्र बोस के सामने गाया गया था ‘जन गण मन’



24 जनवरी 1950 में जन गण मन को राष्ट्रगान के रूप में अपना गया