नवरात्र में कानपुर के जंगली देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है

मंदिर शहर के किदवई नगर में स्थित है

इस मंदिर का इतिहास काफी रोचक है

माना जाता है कि 838 ईसवीं में यहां राजा भोज का राज था

उन्होंने बगाही क्षेत्र में एक विशाल मंदिर बनवाया था

जो राजशाही खत्म होने पर नष्ट हो गया

1925 में मोहम्मद बकर ने यहां घर निर्माण के लिए खुदाई कराई

खुदाई में अवशेष के रूप में एक ताम्र पत्र मिला था

बाद में ताम्र पत्र को नीम के पेड़ के नीचे रख मंदिर बना दिया गया