नवरात्रि में नवदुर्गा की पूजा का महत्व. मां दुर्गा ने अलग-अलग 9 स्वरूप
9 ग्रहों को नियंत्रित करते हैं.


नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा होती है
जोकि चंद्रमा का प्रतीक हैं.


मां दुर्गा का दूसरा स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी है. मां ब्रह्मचारिणी
मंगल ग्रह को प्रदर्शित करती हैं.


नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा होती है जोकि
शुक्र ग्रह को नियंत्रित करती हैं.


नवरात्रि के चौथे दिन मां दुर्गा के चौथे रूप मां कुष्मांडा की पूजा होती है जोकि
सूर्य को प्रदर्शित करती हैं


बुध ग्रह को नियंत्रित करने वाली मां स्कंदमाता की पूजा
नवरात्रि के पांचवें दिन होती है.


नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा होता है.
मां कात्यायनी बृहस्पति ग्रह को नियंत्रित करती हैं.


सप्तमी तिथि को मां कालरात्रि की पूजा की जाती है
जोकि शनि ग्रह का प्रतीक हैं.


अष्टमी तिथि पर महागौरी की पूजा करने का विधान है. माता महागौरी
राहु ग्रह को नियंत्रित करती हैं.


मां सिद्धिदात्री भी राहु ग्रह को प्रदर्शित करती हैं
जिनकी पूजा नवमी तिथि पर होती है.