उत्तराखंड के कैंची धाम की ख्याति देश से लेकर विदेश तक में है.



कैंची धाम के संस्थापक बाबा नीम करौली हनुमान के बहुत बड़े भक्त थे.



उन्हें हनुमान का अवतार भी कहा जाता था.



इन्ही बाबा नीम करौली के भक्त क्रिकेटर विराट कोहली भी हैं.



न सिर्फ विराट कोहली बल्कि कंबल वाले बाबा को मानने वाले विदेशी भी हैं.



एक समय ऐसा भी था जब कैंची धाम में आकर रुकने से मार्क जुकरबर्ग को राह मिल गई थी.



तो आईए जानते हैं बाबा नीम करौली के बारे में.



बाबा को 17 साल की आयु में ही ज्ञान-विद्या की प्राप्ति हो गई थी.



वह यूपी से देवभूमि उत्तराखंड आ गए.



उन्होंने यहां एक आश्रम की स्थापना की, जिसका नाम है कैंची धाम.



इस धाम को कैंची मंदिर, नीम करोली धाम और नीम करौली आश्रम के नाम से जाना जाता है.



आप भले ही विराट कोहली और अनुष्का शर्मा के यहां जाने के बाद इन बाबा से परिचित हुए हों,



लेकिन बाबा नीम करौली को मानने वाली कई ऐसी हस्तियां हैं,



जिनका नाम सुनकर आप अचंभित होंगे.



बाबा के पास साल 1974 में स्टीव जॉब्स अपने दोस्त डैन कोट्टके के साथ पहुंचे थे.



स्टीव जॉब्स से प्रेरित होकर फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग भी 2015 में बाबा नीम करौली के कैंची धाम आश्रम पहुंचे थे.