दुनियाभर में हिंदुओं की आबादी का 94 फीसदी हिस्सा भारत में रहता है
प्यू रिसर्च की रिर्पोट में दावा किया गया है कि आने वाले सालों में भारत में हिंदुओं के बर्थरेट में भारी गिरावट देखने को मिलेगी
रिर्पोट के अनुसार, साल 2055 से 2060 के बीच हिंदुओं की जन्म दर में बहुत ज्यादा कमी आएगी
रिपोर्ट में 2055 से 2060 में हिंदुओं के बर्थरेट की तुलना इससे की गई है कि 2010-2015 के बीच भारत में हिंदू महिलाओं ने कितने बच्चे पैदा किए
रिपोर्ट के अनुसार साल 2010-2015 की तुलना में 2055-2060 में 3 करोड़ 30 लाख कम हिंदू बच्चे पैदा होंगे. 2010 से 2015 में दुनियाभर में 10 करोड़ 90 लाख बच्चे पैदा हुए
साल 2010 और 2015 के बीच मुसलमानों की आबादी में 15 करोड़ की बढोतरी हुई
प्यू रिसर्च की रिर्पोट में बताया गया है कि साल 2075 तक ईसाई धर्म को इस्लाम पीछे छोड़ देगा और पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी मुसलमानों की होगी
साल 2055 और 2060 के बीच इस्लाम और ईसाई धर्म में बच्चों के जन्म का अंतर 60 लाख होगा
ईसाई धर्म में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या इन पांच सालों में 22 करोड़ 60 लाख होगी
इस समय अंतराल में इस्लाम धर्म में 23 करोड़ 20 लाख बच्चे पैदा होंगे