छत्रपति शिवाजी का हथियार वाघ नख गुरुवार (18 जुलाई, 2024) को लंदन से मुंबई लाया गया



इतिहास के पन्नों में दर्ज छत्रपति शिवाजी के हथियार वाघ नख की कहानी काफी दिलचस्प है



शिवाजी के पिता शाहजी भोसले बीजापुर की निगरानी में छोटी सी पूणा रियासत चलाते थे जो उन्हें मंजूर नहीं था



साल 1645 में मुगलों और आदिल शाह की लड़ाइयों के बीच मौका मिलते ही शिवाजी ने बीजापुर की रियासतों को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया



बीजापुर के राजा को जब इसका पता चला तो उन्होंने शिवाजी के पिता को कैद कर लिया



इन सबके बाद शिवाजी रुक गए, लेकिन अपने पिता के रिहा होते ही दोबारा रियासतों पर कब्जा करना शुरु कर दिया



साल 1656 में बीजापुर के राजा की मौत के बाद नया सुलतान आदिल शाह बना, जिसके बाद मुगलों से लड़ाई शांत होने लगी



साल 1659 में अपनी मां के कहने पर आदिल शाह ने शिवाजी को मारने के लिए दक्कन से अफजल खान को बुलाया



सोच- विचार करने के बाद अफजल खान और शिवाजी ने एक दूसरे से अकेले मिलने का फैसला किया



मिलने के बाद अफजल खान ने हमला किया जिसके बचाव में शिवाजी ने अपने हाथ में छुपाए वाघ नख से उसकी हत्या कर दी