इन दिनों पूरा देश होली की खुशियों में झूम रहा है

इन दिनों पूरा देश होली की खुशियों में झूम रहा है

ऑफिस से लेकर सोसाइटी में पार्टी ऑर्गेनाइज की जा रही हैं

ऑफिस से लेकर सोसाइटी में पार्टी ऑर्गेनाइज की जा रही हैं

लेकिन देश के कई इलाकों में होली का त्योहार किसी आम दिन की तरह ही होता है



यहां कुछ मान्यताओं, श्राप, परंपराओं और प्रथाओं के कारण होली का त्योहार नहीं मनाया जाता



उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग में क्विली और कुरझान समेत कई गांव में 150 साल से होली नहीं मनाई जा रही



यहां की त्रिपुर सुंदरी देवी को बिल्कुल शोर-शराबा पंसद नहीं है, इसलिए होली भी आम दिन की तरह ही गुजरती है



गुजरात के बनासकांठा जिले के गांव रामसन में संतों के श्राप के डर से 200 साल से होली नहीं मनाई गई



रामसन (रामेश्वर) के राजा ने संतों के दुर्वयवहार किया था, जिसके हर्जाना श्राप के तौर पर यहां के लोग भुगत रहे हैं



झारखंड के दुर्गापुर में होली के दिन राजा के बेटे का निधन हो गया था और शोक में राजा ने भी तब ही प्राण त्याग दिए



तब से आज 100 साल बाद भी यहां के लोग होली नहीं मनाते



बुंदेलखंड के हथखोह गांव के लोग अपनी कुलदेवी के आदेशानुसार कई सालों से होली नहीं मनाते



तमिलनाडु की कई कम्यूनिटी होली को पवित्र दिन मानती हैं. इस पूर्णिमा को आकाशीय जीव धरती पर उतरते हैं

तमिलनाडु की कई कम्यूनिटी होली को पवित्र दिन मानती हैं. इस पूर्णिमा को आकाशीय जीव धरती पर उतरते हैं