पितृ पक्ष के दौरान पितरों की आत्माशांति के लिए पिंडदान और श्राद्ध करने की परंपरा है.



कहा जाता है कि श्राद्ध पक्ष में घर के मृत पूर्वज धरती पर आते हैं.



आइए जानते हैकिन नदियों के तट पर पिंडदान करने से पितरों को मिलता है मोक्ष.



भारत में कई ऐसे प्रसिद्ध स्थल हैं, जहां पर पिंडदान और श्राद्ध करने का बड़ा महत्व है.



गया में फाल्गु नदी बहुत पवित्र मानी जाती है.



इस पवित्र नदी के पास पिंडदान और श्राद्ध करने से पितरों के आत्मा को शांति मिलती हैं.



पिंडदान के लिए प्रयागराज में स्थित त्रिवेणी संगम नदी भी बहुत पवित्र मानी जाती है.



मान्यता है कि जो व्यक्ति गंगा नदी के किनारे पिंडदान करता है,



उनके मृत पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है.



श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में भी मृत पूर्वजों का पिंडदान कर सकते हैं.



हरिद्वार में भी लोग अपने पितरों का पिंडदान करते हैं.