ऊं का जाप करने से मानसिक तनाव दूर होता है. स्मरण शक्ति और एकाग्रता में वृद्धि होती है. ऊं में ब्रह्मांड की समस्त शक्तियां समाई हैं, एकाग्रता से इसका जाप करने पर पुरुषार्थ अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष प्राप्त होता है. ऊं के उच्चारण से न सिर्फ आध्यात्मिक बल्कि स्वास्थ लाभ भी मिलता है. ऊं को गूढ़ ज्ञान बताया गया है. ऊं तीन अक्षर अ, उ, म से मिलकर बना है. अ-उत्पन्न, उ-उठाना, म-मौन. इन तीनों में त्रिदेव का वास है. जानकारों के अनुसार ब्रह्मांड में गूंजती आवाज भी ओम की ध्वनि की तरह ही है. ऊं के जाप मात्र से आसपास का वातावरण शुद्ध होता है. शरीर में कंपन होता है जिससे नकारात्मकता बाहर निकलती है ऊं का उच्चारण ऊंचे स्वर में करें, जितने गहराई से इसे बोलेंगे उतना ही लाभ मिलेगा. करीब 108 बार इसे जपें नींद की समस्या दूर करने के लिए रोजान सोने से पहले ऊं का उच्चारण करना कारगर बताया गया है.