प्राचीन शहर काशी को भगवान शंकर की नगरी कहा जाता है

यहां के कड़ कड़ में भगवान शिव विराजे हैं, ऐसी मान्यता है

काशी में हर साल सवा लाख पार्थिव शिवलिंगार्चन होता है

पहली बार ऐसा हो रहा है जब दक्षिण भारत से एक करोड़ एक लाख पार्थिव शिवलिंग को काशी ले आया गया है

यहां शिवलिंग का विधि विधान से पूजन किया जा रहा है

साथ ही नवरत्न, नवधान्य और बाणलिंग का भी पूजन होगा

विश्व कल्याण और धर्म रक्षा के लिए नौ दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की तैयारी है

19 से 27 नवंबर तक यह अनुष्ठान शिवाला घाट स्थित चेतसिंह किले में होगा

वहीं इस आयोजन में शंकराचार्य, नौ पीठाधीश्वर सहित 20 हजार भक्त शामिल होंगे

एक करोड़ पार्थिव शिवलिंग को हैदराबाद की पांच हजार महिलाओं और पांच हजार अन्य शिष्यों ने देश भर के 58 केंद्रों पर तैयार किया है