आर्थिक तंगी और सियासी उठा-पटक से जूझ रही पाकिस्तानी सरकार ने 4 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया है.



वित्त मंत्री इशाक डार ने बताया कि वर्ष 2023-24 में पाकिस्तान ने अपने डिफेंस यानी सेना पर 52000 करोड़ रुपये खर्च करेगा.



बता दें कि पाकिस्तान महीनों से आर्थिक तंगी की चपेट में है. वहां महंगाई ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.



पाकिस्तान के पास खर्च करने लायक विदेशी मुद्रा भंडार नहीं बचा है.



कंगाली के बावजूद पाकिस्तान में सेना पर भारी भरकम राशि खर्च करने की तैयारी है.



दिवालिया होने से बचने के लिए पाकिस्तान IMF से 10 हजार करोड़ रुपये के लोन की मांग कर रहा है.



पाक ने IMF की कई ऐसी शर्तों को भी माना है, जिसका सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ा यानी उससे महंगाई बढ़ी.



IMF के कहने पर पाकिस्तानी सरकार ने पैट्रोल, डीजल और बिजली पर टैक्स बढ़ाया.



अब नए बजट में पाक का ग्रोथ टारगेट 3.5% रखा गया है, जो भारत के ग्रोथ टारगेट 6.5% से आधा है.



साथ ही पाक सरकार ने विकास कार्यों पर 32 हजार करोड़ रुपए खर्च करने की बात कही है.



नए वित्त वर्ष के बजट को प्रस्तुत किए जाने के दौरान पाक सरकार ने महंगाई का टारगेट 21% रखा है, यानी महंगाई इतनी कम करेंगे.