पड़ोसी देश पाकिस्तान दिवालिया होने की दहलीज पर खड़ा है और अब तो साफ संकेत दिखने लगे हैं



राजनीतिक अस्थिरता के बीच देश गंभीर आर्थिक संकटों से जूझ रहा है



पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी ने स्थिति एकदम खराब कर दी है और गृहयुद्ध जैसी स्थिति आ गई है



अभी पाकिस्तान में महंगाई की दर बढ़कर 36.4 फीसदी हो गई है



अप्रैल में रिकॉर्ड की गई ये महंगाई दर पूरे दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा है



पाकिस्तान के पास महज 4 बिलियन डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार बचा है



आईएमएफ से मिलने वाले राहत पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं



अगर यह मदद नहीं मिली तो पाकिस्तान न तो कर्ज की किस्तें चुका पाएगा, न ही जरूरी चीजों का निर्यात कर पाएगा



सबसे अंतिम इशारा पाकिस्तान की करेंसी दे रही है, जो लगातार गिरने का रिकॉर्ड बना रही है



गुरुवार को यह 3.3 फीसदी गिरकर पहली बार डॉलर के मुकाबले 300 के भी पार निकल गई