उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित है देवप्रयाग



गढ़वाल क्षेत्र में भागीरथी नदी को कहा जाता है सास



वहीं अलकनंदा को कहते है बहू



देवप्रयाग में दोनों नदियों का होता है संगम



संगम के बाद गंगा नदी के नाम से जाना है जाता



कोलाहर रूप में होता है भागीरथी का आगमन



वहीं अलकनंदा का शांत रूप में होता है आगमन



दोनों के आगमन के रूप को देखकर दी गई है सास बहू की संज्ञा



दोनों नदियों के संगम पर ही बना है देवप्रयाग