पूजा ने 1989 में 'डैडी' की बेटी बनकर बॉलीवुड में डेब्यू किया था



जब उन्होंने कहा, 'दिल है कि मानता नहीं' तो फैंस फिदा हो गए थे



कामयाबी के इस दौर में एक वक्त ऐसा भी रहा, जब पूजा तनाव से घिर गईं



हालात इस कदर बिगड़े कि उन्होंने खुद को संभालने के लिए शराब का सहारा लिया



इसका जिक्र पूजा खुद कई इंटरव्यू में कर चुकी हैं



पूजा ने बताया था कि 16 साल की उम्र से ही उन्हें शराब पीने की लत थी



बढ़ते तनाव की वजह से यह आदत उनके सिर पर सवार हो गई



कहा जाता है कि वह इतनी ज्यादा शराब पीती थीं कि उसके बिना उनका दिन नहीं गुजरता



इससे उनकी सेहत भी बिगड़ने लगी और डॉक्टरों के पास आना-जाना शुरू हो गया



डॉक्टरों ने साफ कह दिया कि उन्होंने शराब नहीं छोड़ी तो जिंदगी साथ छोड़ देगी



इसके बाद 2016 में पूजा भट्ट ने शराब से हाथ जोड़ लिए और अब वह अल्कोहल को छूती तक नहीं हैं