जिनके पीछे का इतिहास काफी दिलचस्प है
जहां सांड की पूजा होती है
बल्कि जींद जिले के कंडेला गांव में है
वाकई में हैरत कर देने वाली है
एक आंदोलन हुआ था
माफ करने को लेकर किया गया था
उतरकर सरकार का विरोध कर रहे थे
का साथ देकर पुलिस को खदेड़ना शुरू कर देती थी
उसकी याद में ये मंदिर बनवाया था
अलावा राजनेताओं की भी भीड़ उमड़ती है.