15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजी हुकूमत से ऐसे ही आजाद नहीं हो गया अंग्रेजों से आजादी पाने के लिए कई सालों तक लंबी लड़ाई लड़ी गई लेकिन भारत छोड़ो आंदोलन से अंग्रेजों की नींव हिल गई थी भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत 8 अगस्त 1942 को हुई थी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुंबई अधिवेशन से की थी शुरुआत अगले ही दिन अंग्रेजी हुकूमत ने सैकड़ों लोगों को गिरप्तार कर लिया आंदोलन में 900 से ज्यादा लोग मारे गए, 60 हजार से ज्यादा गिरफ्तार हुए बापू ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान 'करो या मरो' का दिया नारा 1857 के बाद आजादी के लिए चलाए जाने वाला सबसे बड़ा आंदोलन था ये आखिरकार अंग्रेजों को भारत छोड़कर जाना ही पड़ा