दिल्ली सल्तनत की नींव कुतुबुद्दीन ऐबक ने रखी थी

वह गुलाम वंश का पहला सुल्तान था

गुलाम वंश को मामलुक वंश भी कहा जाता है

वह गोरी साम्राज्य के सुल्तान मुहम्मद गोरी का एक गुलाम था

तराइन के द्वितीय युद्ध के बाद गोरी ने भारतीय विजय को ऐबक की देखभाल में छोड़कर खुरासान लौट गया

1206 में गोरी की हत्या के बाद ऐबक दिल्ली सल्तनत का शासक बन गया

उसकी ताजपोशी लाहौर में की गई थी

कुतुबुद्दीन ऐबक को दिल्ली में कुतुब मीनार की नींव रखने के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है

इसका नाम सूफी संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर रखा गया था

कुतुब मीनार का अधुरा काम ऐबक के उत्तराधिकारी और दामाद इल्तुतमिश ने पूरा कराया था