खाटू श्याम का मंदिर राजस्थान के सीकर में स्थित है जहां भगवान कृष्ण ने कलयुग में उन्हें पूजने का वरदान दिया

श्रद्धालु खाटू श्याम को हारे का सहारा मानते हैं

वहीं, खाटू श्याम के मंदिर के पास कुंड के बारे में मान्यता है कि बर्बरीक का शीश यहीं से निकला था

भगवान कृष्ण ने महाभारत में बर्बरीक का शीश दान में मांगा था जिसे बाद में बहा दिया गया

बर्बरीक के शीश को महाभारत के युद्ध के बाद श्रीकृष्ण ने रूपवती नदी में बहा दिया था

इसके बाद शीश बहकर श्याम कुंड में आया श्याम कुंड से ही खाटू श्याम का सिर निकला

यह कुंड गहरे और अंडाकार आकृति में बना है इस कुंड का जल बेहद पवित्र माना जाता है

यह कुंड बारह महीने पवित्र जल से भरा रहता है

कुंड का जल जमीन से निकलता है इसलिए कहा जाता है कि यह जल पाताल से आता है

मान्यता है कि इस कुंड में स्नान करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है.