अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में बड़ी देग रखी हुई है

ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में पिछले 550 सालों से ये देग रखी हुई है

अजमेर दरगाह में मौजूद इस देग का व्यास 22 फीट है

इसमें सिर्फ शाकाहारी लंगर बनाया जाता है

इस देग में लंगर बनाने के लिए अलग-अलग धर्मों के श्रद्धालु भी चढ़ावा देते हैं

लेकिन, क्या आप जानते हैं इस देग को बादशाह अकबर ने भेंट क्यों किया था?

अगर नहीं तो आइए जान लेते हैं

बादशाह अकबर ने उसकी मन्नत पूरी होने के बाद इस देग को दरगाह शरीफ को भेंट किया था

उनकी मन्नत थी अगर उन्हें बेटा हुआ तो पैदल अजमेर ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जाएंगे

अकबर ने ये देग सन् 1568 में भेंट किया था

इस देग में मीठे चावल या हलवा ही बनाया जाता है.