राजस्थान के बाड़मेर में स्थित है ऐसा गांव है जिसका नाम काश्मीर है

यह गांव जम्मू-कश्मीर से अलग राजस्थान के शिव तहसील में स्थित है

कभी यहां पानी की भारी कमी थी लेकिन अब भूगर्भ से पानी मिलने के बाद फसलें हरी-भरी हो गई हैं

इस गांव की आबादी करीब दो हजार है और यह कश्मीर जैसी हरियाली का एहसास कराता है

गांव का नाम काश्मीर रखने की वजह यह है कि यहां क्षेत्र का पहला कुआं मिला था

1956 में जब गांव का नामकरण हुआ तब इसे पानी की उपस्थिति के कारण काश्मीर नाम दिया गया

अब इस गांव में करीब 150 नलकूप हैं जिससे पानी की कोई कमी नहीं रहती

यहां हर साल लाखों के जीरे की पैदावार होती है

इस गांव को लोकदेवता बाबा रामदेव के पिता अजमल जी ने बसाया था

काश्मीर नाम का यह गांव आज प्राकृतिक बदलाव और समृद्धि का प्रतीक बन चुका है.