शाहजहां मुगल साम्राज्य के 5वें बादशाह था

उसके दरबार में मारवाड़ के प्रसिद्ध राजपूत अमरसिंह राठौड़ भी थे

एक बार शाहजहां का साला सलावत खान दरबार में राठौड़ को गालियां देने लगा

सभी मुगल दरबारी भी राठौड़ की अवमानना पर हंस रहे थे

राठौड़ ने तुरंत ही सलावत खां का सिर धड़ से अलग कर दिया

इस घटना से दरबार में अफरा तफरी मच गयी

अमर सिंह अपने घोड़े को किले से कुदाकर घर लौट आए

बदला के लेने ​के लिए शाहजहां ने अमर सिंह के साले अर्जुन गौड़ को लालच दिया

अर्जुन गौड़ समझा-बुझाकर अमर सिंह को महल में ले गया था

महल में धोखा देकर अमर सिंह को पीछे से हमला करके मार दिया गया