यह तो सब जानते हैं कि राकेश शर्मा अंतरिक्ष जाने वाले पहले भारतीय हैं

मगर कम लोग ही इसके पीछे की उनकी कड़ी ट्रेनिंग से वाकिफ हैं

राकेश शर्मा को 50 फाइटर पायलटों में टेस्ट के बाद चुना गया था

उनके अलावा रवीश मल्होत्रा को बैकअप के तौर पर चुना गया था

1982 में दोनों को प्रशिक्षण के लिए रूस भेजा गया था

उनका प्रशिक्षण सोवियत संघ के यूरी गागरिन सेंटर में हुआ

वहां की ट्रेनिंग रूसी भाषा में होती थी

ऐसे में उन्होंने हर दिन छह से सात घंटे रूसी भाषा सीखी

रूस की बर्फीली ठंड भी उनके लिए एक चुनोती थी

2 साल के कठोर प्रशिक्षण के बाद राकेश शर्मा अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए