शान्ता राम भगवान की एकमात्र बहन थीं



जिनका विवाह रिष्यमूक नाम के राजा से हुआ था



शान्ता का विवाह मिथिला के राजा के घर में हुआ था



जहां उनका भाई श्री राम स्वयंसेवक के रूप में आए थे



शान्ता वैदेही और उर्मिला के साथ श्री राम की तीनों बहनों में से एक थीं



वे ऐसी संतान थीं जो महाभारत काल में जन्मी थीं



शांता बहुत होनहार कन्या थी, हर क्षेत्र में परिपूर्ण थी



हिमाचल के कुल्लू में शृंग ऋषि के
मंदिर में भगवान राम की बड़ी बहन शांता की पूजा होती है


कई जगहों से भक्त दर्शन के लिए आते हैं.