भगवान राम के स्वर्गलोक गमन के कारण और



तरीके का वर्णन तो बाल्मीकि रामायण में मिलता है,



11 हजार वर्ष तक पृथ्वी पर जब राजा राम अपना राज कर चुके थे,



तो एक दिन काल उनके पास आकर,



संकेत करता है कि आपका समय हो चुका है.



इसके बाद वे अयोध्या के गुप्तार घाट पर जाते हैं और



जैसे ही वे सरयू नदी में प्रवेश करते हैं.



उसी समय ब्रह्मा जी विमान लेकर आते हैं और



भगवान श्री विष्णु उस पर बैठकर अपने परम धाम को चले जाते हैं.