एक साथी के साथ संबंध यूं ही नहीं बनता

उसमें समझौता और साथ खड़ा होने की क्षमता होनी चाहिए

इसके लिए साथी के बीच विश्वास, सम्मान, का स्थान होनी चाहिए

किसी संबंध में यह नहीं हैं तो रिश्ते मजबूती से टिक नहीं सकते

और तीसरे की एंट्री की संभावना बढ़ जाती है

संबंध में समझौता और सहयोग है तो

उसे मजबूती से निभाने की क्षमता बढ़ जाती है

इसलिए संबंध में किसी तीसरे की एंट्री की संभावना कम होती है

यह रिश्ते को मजबूत बनाता है

जिससे संघर्षों का सामना करना आसान होता है