देर से शादी करने से जिम्मेदारियां और प्राथमिकता बदलने लगती है

इससे कपल एक-दूसरे को समझ नहीं पाते और झगड़े होने लगते हैं

देर से शादी करने वालों में जिन्दगी के अनुभव और विचार अलग हो सकते हैं

जिसके कारण विचारों को लेकर मतभेद हो सकता है

लेट शादी करने से मनचाहा पार्टनर न मिल सकता है

महिलाओं में 30 की उम्र के आसपास फर्टिलिटी कम होने लगती है

महिलाओं की प्रजनन क्षमता उम्र बढ़ने के साथ कम होती जाती है

इसके कारण महिलाएं गर्भवती होने की संभावना कम हो जाती है

शादी ​देर से होने ​के चलते पति-पत्नी​ में अच्छी बॉन्डिंग नहीं हो पाती है

देर से शादी करने पर कपल्स की सेक्स लाइफ पर भी बुरा असर पड़ता है