महावीर को जैन धर्म के संस्थापक ऋषभ देव या आदिनाथ को माना जाता है



जैन धर्म का मूल सिद्धांत अहिंसा है. इस बात का उल्लेख खुद महावीर ने किया है.



जैन धर्म की शिक्षाएं कीड़े-मकोड़े, जानवर, पौधे को जीवित प्राणी मानते हैं.



जैन धर्म के सिद्धांतों में सत्यता भी शामिल है.



जैन धर्म को मानने वाले लोग किसी भी तरह का झूठ नहीं बोलते हैं.



जैन धर्म के सिद्धांतों में चोरी न करने की बात कही जाती है.



जैन धर्म के सिद्धांतों में किसी के प्रति हीन भावना न रखने की बात कही जाती है.



जैन धर्म के संस्थापक के मुताबिक किसी भी तरह की भौतिकवादी चीजों से लगाव नहीं रखना चाहिए.



जैन धर्म के सिद्धांतों में ब्रह्मचर्य का पालन करना भी बेहद जरूरी है.



जैन धर्म शांति और सद्भाव की बात कहता है.