भारत में बहुत ही कम लोग नियमित तौर पर अपना हेल्थ चेकअप करवाते हैं

भारत में बहुत ही कम लोग नियमित तौर पर अपना हेल्थ चेकअप करवाते हैं

सर्दी, जुकाम, बुखार में टैबलेट का जुगाड़ करके काम चला लेते हैं

सर्दी, जुकाम, बुखार में टैबलेट का जुगाड़ करके काम चला लेते हैं

यही तो सबसे बड़ी लापरवाही है. इससे इंसटेंट बीमारी बेशक खत्म हो जाए, लेकिन फ्यूचर रिस्क बढ़ जाता है

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हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो साल में 1 या 2 बार फुल बॉडी हेल्थ चेकअप जरूर करवाना चाहिए

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अगर आपकी उम्र 50 या 60 से ऊपर है तो साल में 2 बार जरूर रुटीन हेल्थ चेकअप करवाएं

अगर आपकी उम्र 50 या 60 से ऊपर है तो साल में 2 बार जरूर रुटीन हेल्थ चेकअप करवाएं

18 साल की आयु के बाद प्रीवेंटिव हेल्थ चेकअप करवाने की सलाह दी जाती है

18 साल की आयु के बाद प्रीवेंटिव हेल्थ चेकअप करवाने की सलाह दी जाती है

इसमें ब्लड प्रेशर, बायोमास इंडेक्स जैसे टेस्ट शामिल होते हैं

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25 से 45 की आयु में लिपिड प्रोफाइल, शुगर टेस्ट, ईसीजी आदि जांच बेहद जरूर हैं

25 से 45 की आयु में लिपिड प्रोफाइल, शुगर टेस्ट, ईसीजी आदि जांच बेहद जरूर हैं

बच्चों को भी बीमारियां जल्दी पकड़ती हैं, इसलिए उनकी इम्यूनिटी का खास ख्याल रखें

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यदि बच्चा सुस्त और थका हुआ रहता है तो उसे भी डॉक्टर के पास ले जाएं

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