22 दिसंबर, बुधवार का दिन धार्मिक दृष्टि से विशेष है. इस दिन संकष्टी चतुर्थी और पुष्य नक्षत्र है.

22 दिसंबर को पड़ने वाली संकष्टी चतुर्थी इस साल की अंतिम संकष्टी चतुर्थी है.

बुधवार के दिन जब चतुर्थी की तिथि पड़ती है, तो इसका महत्व कई गुणा बढ़ जाता है.

संकष्टी चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश जी को समर्पित है. इस दिन पूजा करने से गणेश जी बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं.

इस संकष्टी चतुर्थी का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि इसी दिन पुष्य नक्षत्र भी पड़ रहा है.

पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का 'राजा' माना गया है. इस दिन गणेश पूजा का विशेष पुण्य प्राप्त होता है.

पंचांग के अनुसार इस दिन शॉपिंग और वाहन, भवन, भूमि, आभूषण आदि को खरीद सकते हैं.

गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए बुधवार को दूर्वा घास, मोदक चढ़ाएं.

गणेश कुबेर मंत्र- इसका जाप, धन की समस्या दूर करता है- ''ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा''

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ इस मंत्र का जाप करने से सुख- समृद्धि आती है.