सरयू नदी उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में उत्पन्न होती है

आनंद रामायण के यात्रा कांड में इसकी उत्पत्ति का ज़िक्र है

प्राचीन काल में शंकासुर नाम का दैत्य था

उसने वेदों को चुराकर समुद्र में डाल दिया

वह खुद भी उसी समुद्र में छिप गया

तब भगवान विष्णु ने मत्स्य रूप धारण कर दैत्य का वध किया

भगवान विष्णु ने ब्रह्मा को वेद सौंप दिया

उन आंसू से सरयू नदी की उत्पत्ति हुई

भगवान विष्णु के आंसू से उत्पन्न होने के कारण सरयू परम पवित्र नदी मानी जाती है

उस समय हर्ष के कारण भगवान विष्णु की आंखों से प्रेमाश्रु टपक पड़े