शाहजहां के सबसे प्रिय बेटे का क्या था सबसे बड़ा योगदान



मुगल साम्राज्य का पाचवें शासक थे शाहजहां



बादशाह शाहजहां को अपने बेटों में दारा शिकोह था सबसे प्रिय



विनम्र और उदार ह्दय स्वभाव का था ​दारा शिकोह



हिंदू धर्मशास्त्रों का अध्ययन भी कर चुका था दारा शिकोह



उपनिषदों का फारसी भाषा में अनुवाद करना माना जाता है दारा का सबसे बड़ा योगदान



अनुवादित किताबों को उसने ‘सिर ए अकबर’ यानी महान रहस्य का दिया था नाम



फारसी मुगलिया कोर्ट में इस्तेमाल की जाती थी अनुवादित किताब



संस्कृत और हिंदू धर्म ग्रंथों से था दारा शिकोह को प्यार



30 अगस्त 1659 को दारा ने इस दुनिया को कह दिया था अलविदा