पंचांग के अनुसार 25 मार्च
शनिवार को चैत्र मास की चतुर्थी तिथि है. नवरात्रि के पर्व का इस दिन चौथा दिन है.


इस दिन कूष्मांडा माता की पूजा की
जाएगी. शनिवार के दिन कृतिका नक्षत्र बना हुआ है.


आज के दिन कृतिका नक्षत्र रहेगा.
इस दिन सूर्यास्त के बाद शनिदेव की विशेष पूजा करनी चाहिए.


शनि मंदिर में शनि को सरसों को
तेल चढ़ाना चाहिए. इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं.


शनिवार को शनि चालीसा का पाठ विशेष फल प्रदान करता है.
शनिदेव को सभी 9 ग्रहों में बहुत ही प्रभावी ग्रह माना गया है.


शनिदेव व्यक्ति को उसके अच्छे
और बुरे कर्मों का फल प्रदान करते हैं.


शनिदेव जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति
का जीवन संकट और परेशानियों से भर जाता है.


शनि मंत्र -
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम:


शनि वैदिक मंत्र-
ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये.


शनि एकाक्षरी मंत्र-
ऊँ शं शनैश्चाराय नम: