शिया-सुन्नी के बीच का झगड़ा क्या है?



शिया और सुन्नी दोनों इस्लाम, कुरान और शरियत को मानते हैं



लेकिन पैगंबर मोहम्मद को लेकर इनकी राय अलग है



करीब 1400 साल पहले पैगंबर मोहम्मद के इंतकाल के बाद चार खलीफा चुने गए



ये चार खलीफा अबू बकर, उमर, उस्मान और हजरत अली थे



मुसलमानों के एक वर्ग के मुताबिक, मुहम्मद साहब ने अपने दामाद हजरत अली को अपना वारिस बनाया था



दूसरे वर्ग का कहना है कि पैंगबर ने अबू बकर को वारिस बनाया था



इस मान्यता के बाद ही मुसलमान दो हिस्सों में बंट गए



मुहम्मद साहब के दामाद हजरत अली को मानने वाले शिया कहलाए



इसके अलावा अबू बकर को मानने वाले सुन्नी कहलाए