उत्तराखंड में स्थित इस प्रसिद्ध मंदिर को लेकर कहा जाता है कि



यहां भगवान शिव और माता पार्वती विवाह के बंधन में बंधे थे.



यहां दूर-दूर से जोड़े शादी करने आते हैं,



जिससे उनका प्यार भी शिवजी और मां गौरी जैसा हो.



उत्तराखंड के रूद्र प्रयाग जिले में स्थित पवित्र



त्रियुगीनारयण मंदिर को लेकर कहा जाता है कि यह वही स्थान है,



जहां भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था.



मंदिर के बाहर एक हॉल में हवनकुंड में अग्नि लगातार जलती रहती है.



मंदिर के पुजारियों के अनुसार, ये वहीं अग्नि है जिसके फेरे लेकर शिव-पार्वती विवाह संपन्न हुआ था.



इसी कारण है कि इस स्थान को अतयंत पवित्र माना जाता है.