शिव पुराण के अनुसार मृत्यु के करीब आने पर व्यक्ति को चांद और सूर्य सामान्य नजर नहीं आते.

जिस व्यक्ति उसकी परछाई न दिख रही हो, माना जाता है उस व्यक्ति की मृत्यु करीब है.

कई बार रात में इंद्रधनुष का दिखाना मृत्यु का सूचक माना गया है. ऐसे लोगों कुछ महीने तक ही जीवित रह पाते हैं.

मृत्यु को कोई टाल नहीं सकता, जन्म लेने वाले हर प्राणी की मृत्यु का समय तय है.

जब कोई व्यक्ति अपनी परछाई को बिना सिर का देखे तो मान लीजिए उसके जीवन के अब कुछ ही दिन शेष हैं.

शरीर का अधिक समय के लिए पीला और सफेद पड़ जाना, भी मौत का संकेत देता है.

मृत्यु से कुछ दिन पहले आंख, नाक, कान, जीभ, पत्थर जैसी महसूस होने लगती है.

व्यक्ति की पांच इंद्रियां जब काम करना बंद कर दे, तो समझ लीजिए मौत नजदीक है.