सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी के पूरी तरह या फिर आंशिक रूप से एक सीधे में आने से सूर्य ग्रहण लगता है.

गुरुवार 20 अप्रैल को साल का पहला और बेहद दुर्लभ सूर्य ग्रहण लगेगा, जो हाइब्रिड सूर्य ग्रहण है.

सूर्य ग्रहण गुरुवार 20 अप्रैल सुबह 07:04 पर लगेगा और दोहर 12:29 पर ग्रहण समाप्त हो जाएगा.

सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 24 मिनट की होगी. हालांकि भारत में ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ेगा.

हाइब्रिड सूर्य ग्रहण सौ साल में एक बार लगता है. इसमें एक ही दिन सूर्य ग्रहण के तीन रूप नजर आएंगे.

नासा के अनुसार, इस दुर्लभ हाइब्रिड सूर्य ग्रहण में कुछ सेकंड के लिए एक वलय यानी रिंग जैसी आकृति बनेगी.

हाइब्रिड सूर्य ग्रहण भारत में तो दिखाई नहीं देगा. लेकिन यह पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया,

पूर्वी तिमोर और पूर्वी इंडोनेशिया में दिखाई देगा.

भारत में हाइब्रिड सूर्य ग्रहण दिखाई न देने के बावजूद भी आप इसे देख पाएंगे.

NASA द्वारा हाइब्रिड सूर्य ग्रहण की अद्भुत घटना की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी.

साथ ही ग्रेविटी डिस्कवरी सेंटर एंड ऑब्जर्वेटरी पर भी इसकी लाइवस्ट्रीम की जाएगी.