अंतरिक्ष में कभी रो नहीं सकते, आपके आंसू नीचे ही नहीं गिरेंगे



ब्रह्मांड में मौजूद खाली जगह को कहा जाता है अंतरिक्ष



अंग्रेजी में स्पेस कहते हैं जिसका मतलब खाली स्थान होता है



माना जाता है कि ब्रह्मांड की शुरुआत बिग बैंग से हुई थी



बिग बैंग लगभग 13.8 अरब साल पहले हुआ एक बड़ा विस्फोट था



अंतरिक्ष में जब आंखों से आंसू निकलते है तो बूंद नीचे नहीं गिरती



आंसू की बड़ी बूंद आंखों मे चिपकी रह जाती है



जिसके बाद आंखों में खुजलाहट भी होने लगती है



आंसूओं के आंखों से न गिरने का कारण गुरुत्वाकर्षण बल न होना है



यही वजह है कि आंसू आंखों में चिपके रहते हैं