इनकम टैक्स के मामले में यह साल नए रिकॉर्ड वाला रहा है



चालू असेसमेंट ईयर में 7.53 करोड़ से ज्यादा आईटीआर फाइल किए गए



जो किसी भी एक असेसमेंट ईयर का सबसे बड़ा आंकड़ा है



इस बार डिपार्टमेंट ने रिटर्न को प्रोसेस करने का काम तेज कर दिया



जिसके कारण टैक्सपेयर्स को रिफंड मिलने में भी तेजी आई



हालांकि अभी भी लाखों लोगों को रिफंड नहीं मिल पाया है



रिफंड मिलने में हो रही देरी के मुख्य कारण इस प्रकार हैं



जैसे आईटीआर को वेरिफाई करने में देरी करना



या बैंक अकाउंट की डिटेल्स में कोई गड़बड़ी होना



एड्रेस या ईमेल जैसी जानकारियों में गलती से भी रिफंड अटक सकता है