ज्वेलरी के डिजाइन को तैयार करने में जितना वक्त लगता है. उस ज्वेलरी पर उसी हिसाब से मेकिंग चार्ज लगता है. ज्यादा काम हुई ज्वेलरी पर मेकिंग चार्ज भी ज्यादा लगता है. यह ज्वेलरी पर हुए काम की बारीकी पर निर्भर करता है. आसान भाषा में मेकिंग चार्ज कारीगर की सोने से ज्वेलरी बनाने की फीस होती है. अगर आपने कोई सोने की अंगूठी खरीदी. जिसमें 40 हजार रुपये का सोना लगा हुआ है. अगर मेकिंग चार्ज 10 फीसदी है, तो इसका मतलब है कि... आपको इस पर 4 हजार रुपये ज्यादा देने होंगे. ज्वेलरी पर 10 से लेकर 30 प्रतिशत तक मेकिंग चार्ज हो सकता है.