मीठा दूध पीने से लिवर में फैट जमने का खतरा बढ़ जाता है. शक्कर लिवर में जाते ही फैट को एक्टिव कर देता है. जो मेटाबॉलिक रेट पर भी असर डालता है. जो मेटाबॉलिक रेट पर भी असर डालता है. इससे लिवर फैटी हो जाता है. शक्कर में सुक्रोज की मात्रा काफी ज्यादा होती है. जबकि दूध में लैक्टोज ज्यादा होते हैं. दोनों की वजह से डायबिटीज होने की खतरा बढ़ जाती है. क्योंकि दोनों मिलकर खून में शुगर की मात्रा बढ़ा देते हैं. ऐसे में शुगर होने का खतरा बढ़ जाता है. दूध पीने का असर कोलेस्ट्रॉल और दिल की सेहत पर भी पड़ता है. इसलिए शक्कर वाला दूध न पीना ही बेहतर होता है.