सुल्ताना डाकू के बारे में कहा जाता है कि जितना ये दिलेर था उतना ही रहम दिल था सुल्ताना खुद को मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप का वंशज मानता था उसने अपने घोड़े का नाम चेतक रखा था और कुत्ते का नाम राय बहादुर सुल्ताना का जन्म मुरादाबाद जिले के हरथला गांव में हुआ था वह 17 साल की उम्र में ही डकैत बन गया 22 साल की उम्र में सुल्ताना का खौफ इस कदर था कि लोग इसके नाम से डर जाते थे कहा जाता है कि सुल्ताना अपने मुंह में चाकू छिपा सकता था और समय आने पर इसका इस्तेमाल करता था उसके बारे में कहा जाता है कि वह केवल अमीरों को ही लूटता था वह लूटे हुए माल को गरीबों में बांट देता था सुल्ताना डाकू खासतौर पर अंग्रेजों को लूटता था अंग्रेजों ने इसे पकड़ने के लिए 300 जवानों और 50 घुड़सवारों की टीम बनाई थी